सही भी है। यदि वो है तो क्यों , क्यों हम उसे अब तक खोज नहीं पाए ? , इतना समय क्यों लग रहा है ? जबकि हम सदियो से उस से मिलना चाहते है , क्यों वो हमारी सुन नहीं रहा है ?
बिलकुल सही समझे आप, मैं उन्ही की बात कर रहा हु, हमारे सर्वत्र ईश्वर की । जो की हर जगह है , पर नहीं है।
जब भी उसे ढूंढने की कोशिस करते है , हमें एक नया सवाल मिलता है, ......बस वो नहीं मिलता।
कब तक सवाल के जवाब में सवाल ही लेते रहेंगे ?
और एक कहावत है न की "ढूंढने पर तो भगवन भी मिल जाते है ", तो भाई प्रॉब्लम कहा हुई , हमें तो मिले नहीं। तुम्हे मिल गए क्या ? अगर नहीं मिले तो क्यों नहीं मिले , या तो आपने उन्हें ढूंढा ही नहीं हो सकता है। या वो है ही नहीं।
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thnx for following